झरोखा
एक अलग दुनिया है,झरोखे के उस पार,जो मेरी दुनिया से बहुत अलग…
यदि कुछ हो तो
यदि समेटना हो तुम्हारे अस्तित्व को कल्पनाओं के साथ,तो किससे समेटूं?क्या दुनियावी…
दुविधा
आओ सुनाएं कहानी सार में:इक बार बैठे बैठे दरबार में,साधारण से मुशायरा…
रंग
कहानियाँ तो बहुत हैं, तुम कौन सी चुनोगे,कहना भी बहुत कुछ है,…