कटती सी घास
तो कट गई है घास?क्या उगी हुई थी घास?कितने समय से उगी…
झरोखा
एक अलग दुनिया है,झरोखे के उस पार,जो मेरी दुनिया से बहुत अलग…
दुविधा
आओ सुनाएं कहानी सार में:इक बार बैठे बैठे दरबार में,साधारण से मुशायरा…
आम आदमी।
नए चमकदार कपड़े पहनेबच्ची का हाथ थामेएक सांवला अधेड़ आदमीउससे पूछ रहा…
रंग
कहानियाँ तो बहुत हैं, तुम कौन सी चुनोगे,कहना भी बहुत कुछ है,…
बोलो चंद्रमा
अक्सर टांक देते हैं संजो कर कवि चांद को छंदों के साथ…
चार दिवारी
घर में कैद हूं मैं,बहुत दिनों से चार दिवारी में हूं।ना दस्तक…
ब्रह्मांड
मैंने स्वयं को दो ब्रह्मांडों के मध्यस्थ पाया है,एक से दूसरी छोर…
तुम पर एक कविता।
बरसों से किताबों में,आशिकों ने वस्ल के मायने लिखेहिज्र की रातें लिखीमोहब्बत…
रैन बसेरा
यह बात तब की है जब शैली पैदा हुई थी किसी बड़े…